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Amla Ke Fayde | आमला के 11 फायदे

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भारतीय गूजबेरी या आंवला निर्विवाद रूप से पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है। आवश्यक खनिज और विटामिन हमारे शरीर के कल्याण के लिए ही नहीं हैं, बल्कि कुछ सबसे आम और व्यापक बीमारियों को रोकने और प्रबंधित करने के लिए भी अनिवार्य हैं। आंवला को चाहे कच्चा खाया जाये, जूस पिया जाये, पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाये या अचार और जैम के रूप में इस्तेमाल किया जाये यह हर तरीके से हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक (Amla ke Fayde in Hindi) होता ही है। आंवला विटामिन C का एक उत्कृष्ट स्रोत है , इसलिए यह हमारी इम्युनिटी, मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करता है और सर्दी-खांसी सहित वायरल और बैक्टीरिया संबंधी बीमारियों को रोकता है। इसकी पौष्टिक प्रोफ़ाइल पॉलीफेनॉल श्रृंखला के साथ आती है जो कैंसर सेल के विकास के खिलाफ लड़ने के लिए जानी जाती है।

आंवला (amla in hindi) ऐसे अनेक गुणों के साथ भरपूर होता है आंवला ही नहीं, आंवला जूस भी हमारे सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। ऐसे ही कुछ और आमला के फायदे  (Amla Juice ke Fayde) को जानने के लिए आइये जानते हैं और किसी रोगी के लिए आंवला खाने के और (Amla juice ke fayde in hindi) पीने के क्या क्या फायदे हो सकते हैं । साथ साथ पढ़ते है आंवला जूस के फायदे और नुकसान।

आंवला इन हिंदी - Indian Gooseberry in Hindi 

इंडियन गूजबेरी को आंवला के नाम से जाना जाता है। विज्ञान ही नहीं बल्कि आयुर्वेद में भी इसका प्रमाण मिलता है कि आंवला और इसका जूस शरीर की सभी प्रक्रियाओं को संतुलित करने के लिए इस्तेमाल होता है। इतना ही नहीं आयुर्वेद में बताया गया है कि आंवला जूस (Amla Juice Benefits in Hindi) को हमारे शरीर के तीनो दोषों - वात, पित्त और कफ को भी संतुलित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

आंवला में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है जो एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है और यह आपको फ्री रेडिकल के हानिकारक प्रभावों के खिलाफ सुरक्षा देता है। इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद मिलती है और कोलेजन उत्पादन के लिए इसकी आवश्यकता होती है जो हमारी त्वचा और बालों को स्वस्थ बनाए रखता है, और हमारे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है। "अगर आप इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करते हैं तो, आंवला और आंवला जूस के फायदे आप ले सकते हैं।

आंवला खाने के तरीके

आंवला और आंवला जूस के फायदों को सही तरीके से लेने के लिए जरूरी है कि आपको पता हो कि इसका इस्तेमाल कैसे करें। यहां हम बताने जा रहें हैं कि आंवला कैसे खाएं - आंवला के लाभ लेने के लिए सबसे प्रभावी तरीका है इसका जूस पीना, प्रतिदिन खाली पेट इसका जूस पियें या पानी के साथ इसे खाएं।यह आपके पाचन तंत्र को तो सही करेगा ही आपकी त्वचा को निखारेगा, बालों को घना और काला बनायेगा और साथ ही आपकी आँखों की रौशनी को भी बढ़ायेगा।

आँवला और आंवला के फायदे थोड़ा अरुचिकर हो सकता है पर यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभकारी भी होता है।आप आँवला जूस के साथ थोड़ा निम्बू का रस और शहद भी मिला सकते हैं, जिससे इसका स्वाद थोड़ा सही हो जायेगा। यदि आप आंवला जूस को जामुन और करेले के जूस के साथ पिएंगे तो यह डायबिटीज को मैनेज करने में भी फायदा करता है। जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल लेवल और बालों से सम्बंधित समस्याएं हैं, उन्हें आँवला जूस और एलोवेरा का जूस एक साथ मिलाकर पीना चाहिए। इन दोनों को एक साथ पीने से आप अदभुत परिणाम पा सकते हैं।

यदि आप अच्छी आँखों की रोशनी पाना चाहते हैं तो इसे सोने से पहले पीना बहुत ही लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा यह जंक फूड्स के बुरे प्रभावों से भी आपको डेटोक्सीफाई करता है। आइये जानते हैं Amla Juice Ke Fayde के बारे में -

आंवला जूस के फायदे - Amla Ke Fayde or Amla Benefits in Hindi

आंवला ही नहीं, आंवला जूस भी स्वास्थ्य (amla juice peene ke fayde) के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यहां हमने आंवला जूस के फायदों के बारे में विस्तार से बताया है-

1. सर्दी खाँसी में

आंवला जूस को खांसी और फ्लू के साथ-साथ मुंह के अल्सर के इलाज के लिए एक शक्तिशाली घरेलू उपचार के रूप में लिया जाता है। रोजाना शहद आंवला जूस को बराबर भाग में दो चम्मच लेना सर्दी और खांसी के इलाज में बहुत मदद कर सकता है। आंवला के 2 चम्मच पानी में मिलाएं और इससे दिन में 2 बार गरारे करने से मुंह के अल्सर से छुटकारा मिल सकता है।

2. कोलेस्ट्रॉल लेवल को सुधारने में

आंवला जूस का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है। और साथ ही एमिनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट हमारे दिल की समग्र कार्यप्रणाली को सुचारु रूप से चलने में सहायता करते हैं।

3. डायबिटीज 

आंवला जूस को यदि आप जामुन और करेले के जूस के साथ पीते हैं, तो यह आपकी डायबिटीज को कम करने और मैनेज करने में सहायता कर सकता है। और साथ ही साथ आंवला का जूस अस्थमा जैसी श्वसन बीमारियों को मैनेज करने में भी सहायक होता है।

4. पाचन सिस्टम के लिए फायदेमंद 

आंवला जूस की प्रकृति एल्केलीन होती है जो हमारे सिस्टम को तो साफ करती ही है, हमारे पाचन सिस्टम को भी सुचारु रूप से चलाने में भी मदद करती है। इसके लिए आपको सुबह सुबह खाली पेट आंवला का जूस पीना चाहिए या आंवले को पानी के साथ लेने से भी यह हमारे पाचन सिस्टम को सही बनाएगा।

5. लिवर को सही से कार्य करने में फायदेमंद 

रोजाना आंवले  का सेवन लिवर को सही से कार्य करने का समर्थन करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है।

6. बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद 

हमारे बालों के संरचना में करीबन 99% प्रोटीन होता है। आँवले में मौजूद एमिनो एसिड और प्रोटीन बालों के विकास में मदद करता है, और जड़ों को मजबूत बनाता है, और इन्हे झड़ने से रोकता है। आंवला जूस को कॉटन में लगाकर चेहरे पर लगाने से यह चेहरे के निशानों, पिग्मेंटेशन और दाग - धब्बों से छुटकारा दिलाता है, और साथ ही खुले हुए छिद्रों को भी बंद करता है।

7. दिल के स्वास्थ्य में सुधार में फायदेमंद 

कई अध्ययनों के अनुसार आंवला का जूस ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पोटेशियम की उपस्थिति इस पेय को रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसल्स) और धमनियों (आर्टरीज) में तनाव को कम करने में मदद करती है, इस प्रकार आंवले का जूस एथेरोस्क्लेरोसिस, दिल के दौरे और स्ट्रोक के लक्षणों को रोकने में सहायक है।

8. इम्युनिटी बढ़ाने में फायदेमंद 

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के डॉक्टर डी एस खुर्दीया के अनुसार आँवला जूस विटामिन C का एक भरपूर स्त्रोत होता है जो हमारी इम्युनिटी को बूस्ट करता है, और व्हाइट ब्लड सेल्स के उत्पादन को बढ़ता है।

9. कैंसर से बचाव में फायदेमंद

Anticancer रिसर्च जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, आंवला जूस में उपस्थित एलाजिक एसिड, गैलिक एसिड, और अन्य flavonoids, कई प्रकार के कैंसर को रोकने और कैंसर के इलाज में मदद करते हैं। इसके जूस में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में मुक्त कणों को कम करते हैं जो कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं।

10. वजन घटाने में फायदेमंद 

आंवला जूस में बहुत ही कम मात्रा में कैलोरी होती है, जिस कारण इसे वजन घटाने  के लिए सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट्स पाचन सिस्टम को सुधारते हैं, और मेटाबोलिज्म को बढ़ाने का कार्य करते हैं जो हमारे शरीर की फालतू चर्बी को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा यह बुरे कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करने में सहायक होता है।

11. मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स के इलाज में फायदेमंद 

आंवला में उपस्थित खनिज और विटामिन्स इसको मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स के इलाज के लिए उपयोगी बनाते हैं। चूँकि इसको हमारे शरीर में आवश्यक तत्वों को प्राप्त करने में थोड़ी देर लगती है, इसलिए नियमित रूप से आँवला का सेवन करते रहना चाहिये, जिससे इसके पोषक तत्व हमारे शरीर में बने रहें और मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स से बचाव किया जा सके।

नोट: कभी भी दूध और आँवला या आंवला जूस एक साथ नहीं पीना चाहिए। आँवला पेट में संसाधित होने में लगभग 30min लेता है। जबकि, दूध को पेट में संसाधित होने में 1 घंटे के करीब समय लगता है। इसलिए यदि किसी ने सुझाव दिया है तो आप पहले आँवला जूस पियें और उसके करीब 45 मिनट के बाद, दूध पियें।

आँवला जूस के नुकसान - Side Effects of Amla Juice in Hindi 

किसी स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ का यदि आप अत्यधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो इसके फायदे कम और नुकसान (Side Effects of Amla Juice in Hindi) बहुत अधिक हो सकते हैं उसी तरह यदि आप आंवला जूस को अधिक मात्रा में पीते हैं तो आपको कब्ज (Constipation Meaning in Hindi), हाइपोग्लाइसेमिया, शुष्क त्वचा, हाइपोटेंशन, एसिडिटी, और एलर्जी जैसी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ सकता है यहां आंवले के जूस के कुछ साइड इफेक्ट्स के बारे में बताया गया है-

कब्ज (Constipation): हालांकि आंवला जूस पाचन सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है, पर इसका अतिरिक्त सेवन कब्ज पैदा कर सकता है।

शुष्क त्वचा (Dry Skin): आंवला जूस की मूत्रवर्धक प्रकृति शरीर को detoxifying के लिए उत्कृष्ट है, लेकिन यह निर्जलीकरण का कारण भी बन सकती है, जिसका असर आपकी त्वचा पर दिख सकता है। इसलिए आंवला जूस के साथ पर्याप्त पानी पियें।

एसिडिटी (Acidity): आंवला जूस में विटामिन सी की एक बड़ी मात्रा है, जो प्रकृति में अत्यधिक अम्लीय होती है। यदि आप इस जूस की अत्यधिक मात्रा पीते हैं तो आपको एसिडिटी हो सकती है।

ब्लड प्रेशर: ब्लड प्रेशर की दवा के साथ आंवला का जूस आपकी सेहत के लिये खतरनाक हो सकता है, इसलिए इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

ब्लड शुगर: आंवला जूस ब्लड शुगर को रेगुलेट करने के काम आता है परन्तु यह हाइपोग्लाइसेमिया का कारण बन सकता है, जो सामान्य लोगों और मधुमेह (मधुमेह के लक्षण, कारण और जानिए सही करने के उपाए) के रोगियों के लिए खतरनाक होता है।

एलर्जी प्रतिक्रियाएं: कुछ लोगआँवले के लिए एल्लेर्जिक होते हैं इसे खाने से पेट में परेशानी, जी मिचलाना, दस्त या उल्टी, या होंठ, जीभ या गले में सूजन का अनुभव हो सकता है। इन लक्षणों के प्रकट होने पर तत्काल इसका उपयोग बंद करें

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

आंवले का दूसरा नाम क्या है?

आँवला का दूसरा नाम Indian Gooseberry है।

आंवला खाने से क्या लाभ है?

आंवला, या भारतीय करौंदा, कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट और खनिजों से भरपूर है, जो प्रतिरक्षा, त्वचा के स्वास्थ्य और बालों के विकास को बढ़ावा देता है। आंवला पाचन में सहायता करता है, सूजन को कम करता है, लीवर को मजबूत करता है, आंखों की रोशनी में सुधार करता है और मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे यह समग्र स्वास्थ्य के लिए एक मूल्यवान फल बन जाता है।

अमला फल क्या है?

आंवला एक छोटा, गोल फल है जिसे आमतौर पर भारतीय गूसबेरी के नाम से जाना जाता है। इसका रंग हरा-पीला और स्वाद खट्टा होता है।

सुबह खाली पेट आंवला खाने से क्या होता है?

खाली पेट आंवला खाने से कई लाभकारी प्रभाव हो सकते हैं। यह विषहरण में मदद करता है, पाचन में सहायता करता है और पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करता है। आंवला चयापचय को भी बढ़ावा देता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है। इसका नियमित रूप से सेवन समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान दे सकता है।

भारतीय आंवले को क्या कहते हैं?

भारतीय आंवला, जिसे आंवला के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप का मूल निवासी एक छोटा फल है। इसका रंग हरा-पीला और स्वाद खट्टा होता है। भारतीय करौंदा अपने समृद्ध पोषण प्रोफ़ाइल, विशेष रूप से विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की उच्च सामग्री के लिए अत्यधिक मूल्यवान है।

आंवला कब खाना चाहिए?

आंवला दिन में किसी भी समय खाया जा सकता है. हालाँकि, इसके स्वास्थ्य लाभों को अधिकतम करने के लिए अक्सर सुबह खाली पेट इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। यह पाचन को किकस्टार्ट करने में मदद करता है, चयापचय को बढ़ावा देता है और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है।

कौन सी बीमारी में आंवला नहीं खाना चाहिए?

जबकि आम तौर पर आंवले का सेवन सुरक्षित है, कुछ स्वास्थ्य स्थितियों वाले व्यक्तियों को सावधानी बरतनी चाहिए या इससे बचना चाहिए। गंभीर एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स की समस्या वाले लोग अपने सेवन को सीमित करना चाह सकते हैं क्योंकि आंवला अम्लीय हो सकता है। इसके अतिरिक्त, क्रोनिक किडनी रोग या किडनी स्टोन वाले लोगों को इसमें मौजूद ऑक्सालेट सामग्री के कारण आंवले का सेवन करने से पहले एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना चाहिए।

रोज कितना आंवला खाना चाहिए?

आंवले का अनुशंसित दैनिक सेवन व्यक्तिगत स्वास्थ्य, आयु और विशिष्ट लक्ष्यों जैसे कारकों के आधार पर भिन्न हो सकता है। हालाँकि, एक सामान्य दिशानिर्देश यह है कि प्रति दिन 1-2 आंवला फल या लगभग 20-40 ग्राम आंवला पाउडर का सेवन करें।

आंवला खाने से कौन सी बीमारी दूर होती है?

माना जाता है कि आंवला विभिन्न रोग स्थितियों के लिए संभावित लाभ प्रदान करता है। यह अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। आंवला अक्सर प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने, पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार, मधुमेह का प्रबंधन करने, यकृत समारोह को बढ़ाने और यहां तक ​​​​कि हृदय रोग और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने से जुड़ा हुआ है।

आंवला किसे नहीं लेना चाहिए?

गंभीर एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स, क्रोनिक किडनी रोग या किडनी स्टोन, आंवले या संबंधित फलों से एलर्जी वाले और विशिष्ट दवाएं लेने वाले लोगों को आंवले के सेवन से बचना चाहिए। विशिष्ट चिंताओं के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श की सिफारिश की जाती है।

क्या आंवला खून पतला करने वाली है?

हां, देखा गया है की अमला खून भी पतला कर सकता है और कई बीमारी में काम अत है। यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट का एक समृद्ध स्रोत है जो हृदय स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है।